करोड़ों में एक होती है मेष और कर्क राशि की जोड़ी
मेष और कर्क राशियों का आपसी मेल थोड़ा कठिन और सबसे हटकर हो सकता है, जहां मेष राशि वाले थोड़े तेज और स्वस्फूर्त होते हैं, तो वही कर्क राशि वाले थोड़े शर्मीले और धीमे रहते हैं |
हालांकि मेष और कर्क यह दोनों एक साथ आकर एक दूसरे के अच्छे परिपूरक बन सकते हैं, लेकिन इस तरह की स्थिति पाने के लिए इन्हें आपस में तालमेल बिठाने में थोड़ा समय जरूर लगता है |
मेष राशि :
( ARIES NATURE) मेष राशि में अलग जोश होता है और आत्मविश्वास से भरपूर उनका व्यक्तित्व होता है, जो उन्हें आगे बढ़ने में मदद करता है पर साथ-साथ बेसब्र मिजाज और लापरवाह रवैया उनके लिए अड़चन भी पैदा करता है | मेष राशि वाले चाहते हैं कि उनके लिए सब कुछ सही और सर्वोत्तम हो और वह यही प्रयास में लगे रहते हैं |
कर्क राशि :-
कर्क राशि (CANCER NATURE) वाले लोग बेहद ही संवेदनशील और सतर्क रूप से बुद्धिमान होते हैं, जो बड़े ही विनम्रता से अपनी श्रेष्ठता का स्वीकार करते हैं | कर्क राशि वाले अपने परिवार के साथ साथ जिन से प्यार करते हैं उनके प्रति हमेशा रक्षात्मक और उत्साह पूर्वक रवैया अपनाते हैं |
मेष और कर्क राशि का मिलन :-
मेष और कर्क राशि के बीच संबंध बनने की संभावना ज्यादातर सहकर्मीयो या रिश्तेदार के बीच बनने वाले संबंधों के जैसी होती है | इनका आपसी रिश्ता विशेषतः व्यवसाय केंद्रित रहता है और इनका मिलाप आमतौर पर काम के माहौल में या आपसी मेल मिलाप वाले समारोह में पनपता है | इन दोनों के बीच मुख्य मुद्दे हमेशा परिवार और काम के ही रहते हैं |

मेष राशि वाले हमेशा जितना पसंद करते हैं, वही कर्क राशि वाले को जीत हार से कोई फर्क नहीं पड़ता इस समस्या का एक ही समाधान है कि दोनों साथ मिलकर आगे चले जिससे कोई परेशानी ही ना खड़ी हो |
जब मेष राशि वाला खुद से ऊपर और आगे होना चाहता हे और कर्क राशि वाला भी यही सपना देखता हो तो संघर्ष होना जायज है, पर इसके बजाय दोनों एक दूसरे के साथ सामंजस्य बेठाले तो दांपत्य जीवन में काफी सुख प्राप्त कर सकते हैं |
हर व्यक्ति की कुंडली में सुयोग या दुर्योग विद्यमान रहते है, ज्योतिष के कई महायोग है जो व्यक्ति को जीवन की बुलंदियों पर पंहुचा देते है तो कई दुर्योग भी है जो व्यक्ति की भरपूर महेनत को सफल नहीं होने देते इसलिए कुंडली विश्लेषण अवश्य करवाए
मिलन से होने वाली परेशानियां और उपाय :-
जब मेष और कर्क राशि एक साथ आते हैं, तब इन दोनों के बीच कई तरह के मतभेद हो सकते हैं | और उनका कारण रहता है बुनियादी विचारशैली और चिंतन करने का अलग नजरिया | जहां कर्क राशि वाले सभी जीवो में सबसे अधिक करुणामई होते हैं, तो मेष राशि वाले आक्रमक और कम विचारशील रहते हैं | दोनों का पैसों के प्रति नजरिया भी अलग रहता है जो कि आपसी संघर्ष का कारण भी बनता है |
यदि वे एक दूसरे के इन अंतरों को अच्छी तरह से समझे और दोनों सामंजस्य बिठाने की भावना रखें तो निश्चित ही एक ऐसे संबंध का निर्माण कर सकते हैं, जहां वह पूरी जिम्मेदारी से अपने आप को, दोनों को, और पूरे परिवार को खुशियों से भर सकते हैं |